

लैलूँगा में डाइवर की सूझ-बूझ से बची गोमाता की जान, ट्रेलर बुरी तरह क्षतिग्रस्त!
रिपोर्ट ~ हीरालाल राठिया लैलूंगा
लैलूंगा, /लैलूंगा-रायगढ़ मुख्य मार्ग पर मोहनपुर के पास आज साम 5 बजे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ट्रेलर संख्या MH40 BL 6199 में सवार चालक की तेज़ सूझ-बूझ से एक गोमाता की जान बाल-बाल बच गई। हालांकि, हादसे से ट्रेलर को भारी नुकसान पहुंचा है। इंजन और ट्राली आपस में इतनी जोर से टकरा गए कि दोनों हिस्से बुरी तरह फंस गए, जिससे ट्रेलर का संचालन असंभव हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मोहनपुर के पास अचानक एक गाय सड़क पार करने लगी। ट्रेलर काफी रफ्तार में था और सामने अचानक जानवर आ जाने के कारण ब्रेक लगाना अत्यंत कठिन था। लेकिन चालक ने बिना घबराए त्वरित निर्णय लिया और वाहन को घुमा दिया। इससे गाय तो बच गई, लेकिन ट्रेलर की इंजन यूनिट ट्राली में फंस गई, जिससे भारी यांत्रिक क्षति हुई।
गांव वालों ने की ड्राइवर की सराहना
घटना के तुरंत बाद मौके पर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। सभी ने एक स्वर में ट्रेलर चालक की सराहना की, जिसने अपने जान की परवाह किए बिना गोमाता को बचाने का साहसिक कार्य किया। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोगों ने कहा कि अगर चालक पल भर को भी देरी करता, तो न केवल गाय की जान जा सकती थी बल्कि सड़क पर बड़ा हादसा हो सकता था।
फिलहाल ट्रेलर को हटाने के लिए क्रेन मंगवाया जा रहा है क्योंकि इंजन और ट्राली के बीच फंसा तंत्र सामान्य तरीके से अलग नहीं हो पा रहा है।
प्रशंसा भी, सवाल भी
जहां एक ओर डाइवर की समझदारी की प्रशंसा हो रही है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठ रहा है कि सड़क पर आवारा पशुओं की स्थिति को नियंत्रित क्यों नहीं किया जा रहा। मोहनपुर और आसपास के इलाकों में पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
ड्राइवर की सतर्कता ने एक निर्दोष जीवन को बचा लिया, पर यह घटना एक बार फिर सिस्टम की खामियों को उजागर करती है। पशु नियंत्रण और सड़क सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।