
देशवासियों अनजान वीडियो कॉल से रहें सावधान

छत्तीसगढ़ अगर आपको किसी अंजान नंबर से वीडियो कॉल आती है तो आपको सावधानी बरतनें की काफी जरूरत है, अगर आप इसके चक्कर में फंसे तो आपको अपनी इज्जत बचाने के लिए लाखों रुपये भी गंवाने पड़ सकते है। साइबर अपराधी सबसे अधिक यूपी, हरियाणा के लोगों को अपने न्यूड कॉल स्कैम में फंसाते है। पहले साइबर अपराधियों द्वारा केवल हैकिंग की जाती थी लेकिन अब इसमें ब्लैकमेलिंग का अपराध भी बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि, साइबर ठग ब्लैकमेलिंग के जरिए न्यूड कॉल स्कैम पर उतर गए हैं। इसी को देखते हुए हम आपको साइबर ठगों से कैसे बचना है इसके बारें में डिटेल में बताएंगे। क्या है न्यूड कॉल स्कैम-
सबसे पहले आपको बता दें कि, न्यूड कॉल स्कैम आखिर है क्या। इस स्कैम में अपराधी आपको व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिये एक अनजान नंबर से वीडियो कॉल करेगा, आप यह फोन उठाएंगे तो अपराधी आपकी फोटो या वीडियो कैप्चर कर लेगा और फिर उसे मॉर्फ कर देगा। अपराधी आपकी तस्वीर को न्यूड फोटो या वीडियो में तब्दील कर देगा और उस वायरल करने की धमकी देगा। इन धमकियों के बीच वह आपसे भारी रकम की मांग करेगा। बता दें कि, कई लोग न्यूड फोटो या वीडियो देखकर, काफी डर जाते है और बदनामी से बचने के लिए वह इसका शिकार हो जाते है और ब्लैकमेलर को उनीक मांग के मुताबिक पैसे देने को मजबूर हो जाते हैं। अपनी इज्जत को बचाने के लिए लोग ठगों को पैसे दे देते हैं। कैसे फंसाते हैं जाल में-
आपको अचानक फेसबुक, व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया से मैसेज या कॉल आएगा। आप उसे उठाते है तो कोई महिला आपसे बात करना शुरू कर देगी। बात करते-करते आपकी दोस्ती हो जाएगी जिसके बाद वह आपको वीडियो कॉल करेगी। आप भी इस वीडियो कॉल में शामिल हो जाएंगे और इसी दौरान आपकी तस्वीर को कैप्चर कर लिया जाता है। बता दें कि, अगर आप इस वीडियो कॉल में एक सेकेंड के लिए भी आते हैं तो सामने वाले व्यक्ति आपकी तस्वीर खींच लेगा। इसके बाद वह आपकी तस्वीर को मॉर्फ कर आपका एक वीडियो क्रिएट कर उसे आपको भेज ब्लैकमेल करने की कोशिश करेगा। जानकारी के लिए बता दें कि, ऐसे बहुत ही कम लोग है जो पुलिस में केस दर्ज कराते हैं। हाल में ऐसी बहुत केसेस देखने को मिल रही है। आपके साथ भी ऐसा न हो इसलिए अनजान वीडियो कॉल से सावधान रहें सुरक्षित रहें।
साइबर कवच
रायपुर: छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जैसे-जैसे लोग डिजिटाइजेशन की तरफ बढ़ते जा रहे हैं. उतने ही साइबर अपराधिक केस भी प्रदेश में बढ़ रहे हैं. कोविड-19 के दौरान लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. ज्यादातर लोग मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल कर पैसे ट्रांजैक्शन करते हैं. इस दौरान लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाने रायपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 0771-4247109 जारी किया है.
पूरी देश के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर
गृह मंत्रालय ने 155260 की जगह 1930 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. साइबर एक्सपर्ट श्याम चन्देल ने बताया की साइबर अपराध के मामलों की बढ़ती संख्या के जवाब में गृह मंत्रालय के निर्देश पर पुलिस विभाग ने एक नया साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया है. ये नंबर पहले से संचालित टोल फ्री नंबर 155260 की जगह लेगा. टोल फ्री नंबर को चरणबद्ध तरीके से बदला जाएगा. नया साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के साथ-साथ पुराना 155260 नंबर भी काम करेगा ।