
लैलूंगा :- रायगढ़ जिले के विधान सभा लैलूंगा के पूर्व विधायक हृदय राम राठिया का फोटो इन दिनों सोशल मीडिया के व्हाटसेप ग्रुप एवं टेलीग्राम तथा फेसबुक पर बहुत ही तेजी से एक के बाद एक फोटो वायरल हो रहा है । मजेदार बात यह है कि आम जनता के द्वारा उसे बहुत पंसद किया जा रहा है । लोग तेजी से फोटो पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं । जी हाँ ये फोटो किसी और का नहीं बल्की विधान सभा लैलूंगा के पूर्व विधायक की है । जो कि लैलूंगा तथा तमनार क्षेत्र के चहेते आदिवासी जन नेता के रूप में जाने जाते हैं । फोटो में वे और उनकी धर्मपत्नी इंदिरा राठिया तेन्दूपत्ता तोड़ कर सिर पर बोझा ढोकर चलते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। सबसे दिलचस्प बात है कि इस फोटो किसी और किसी ने नहीं बल्कि स्वयं आदिवासी प्रखर वक्ता तथा नेता हृदय राम राठिया ने सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर डाला है । फोटो के खूब वायरल होने की वजह एक पूर्व विधायक और उनकी पत्नी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में हरा सोना कहे जाने वाली तेंदूपत्ता को तोड़ने जंगल की ओर जाना और इतनी तेज चिलचिलाती धूप में तेंदूपत्ता संग्रहण कर लाया जा रहा है । जब इस संबंध में पूर्व विधायक हृदय राम राठिया से औपचारिक चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि वे हमेशा जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं । और बात तेंदूपत्ता संग्रहण की तो उनके माँ बाप दादा सब तेन्दूपत्ता तोड़ते आये हैं । उनका कहना है कि खेती किसानी के बाद क्षेत्र के आदिवासियों सहित विभिन्न समुदायों का एक मात्र कमाई का जरिया वनोपज ही है जिससे उनके जिन्दगी का आय का स्रोत है जिसमें वे निर्भर रहते हैं । जिसे आज हम एक – एक तेन्दू के पत्ते को एकत्रतित कर रहे जिससे एक निश्चित आय मिलना तय है । संग्रहण का मूल्य भी सरकार बहुत ही अच्छा दिया दिया जा रहा है ।साथ ही लोगों को पारिश्रमिक के साथ – साथ तेन्दूपत्ता तोड़ने वाले परिवार के सदस्यों का बीमा भी होता है। और घर के पढ़ाई कर रहे बच्चों को शासन की ओर से छात्रवृत्ति भी दिया जाता है । जो की ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बहुत मददगार साबित होता है । प्रति वर्ष लोगों को जरूर तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जाना चाहिए । इसमें कोई बुराई नहीं यह एक मात्र वनपोज से आय का साधन है ।
