
गांव गांव में हो रहा है मेला और क्षेत्र में
खेलाया जा रहा है खुडखुडिया जुआ का खेला



आखिर स्थानीय पुलिस प्रशासन मौन तो जनता पूछती है जबाबदार इसका कौन।।
भोले-भाले ग्रामीण हो रहे हैं ठगी का शिकार अपनी खून पसीने की कमाई को जुआ पर लुटा रहे है लोग ।।
रायगढ़
तमनार / आपको बता दें कि तमनार के गांव गांव में मेला लग रहा है और मेले के आड़ में जुआ का खेल जोरों पर है चलाया जा रहा है, विदित हो की छत्तीसगढ़ ने ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने नया कानून बनाया है. और इस कानून के तहत ऑनलाइन या ऑफलाइन जुआ खेलने और इसे आयोजित करने वाले पर 7 साल की सजा एवं 10 लाख तक का जुर्माना का प्रावधान रखा गया है। इस कानून के लागू होते ही कहीं ना कहीं आनलाइन सट्टा पर अंकुश तो जरूर लगा है लेकिन आफलाइन जुआ का खेल समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है कयोकि जुआ को ही अपना कमाई का साधन बना चुके लोगो के द्वारा ठगी कर पैसा कमाने का एक नया तरीका अपना कर जहा गांव गांव में मेला होता है। वहां के प्रमुख सरपंच को जुआ खेलाने वाले जुआरियों के द्वारा पैसा का प्रलोभन देकर खुडखुडिया जुआ का खेल को गांव में संचालित कर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता है ,और लोग अपनी मेहनत की कमाई को जुआ का खेल में लुटा रहे है। और छत्तीसगढ़ शासन का नियम जो सट्टा ऑनलाइन एवं आफलाइन पर बना है, वह नियम गांव गांव में हो रहे मेला में जो जुआ संचालित हो रहा है उनके ऊपर लागू क्यों नहीं ,उसका कहीं न कहीं जुआ खेलाने वाले वाले लोग उस नियम का धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मौन हैं आखिर पता नहीं क्यों स्थानीय पुलिस जुआरियों के ऊपर इतना मेहरबान हैं। जिसके कारण आज ग्रामीण अपना मेहनत से कमाई हुई गाड़ी रकम को लुटा कर अपने परिवार को कहीं ना कहीं गड्ढे पर डाल रहे हैं ।जिसके चलते आए दिन क्षेत्र में सुनने को मिलता है कि जुआ के चलते आज एक परिवार में विवाद उत्पन्न हुआ है तो कहीं किसी का जुआ के कारण अपनी पत्नी या अपने बच्चे का हत्या कर दिया अक्सर यह सुनने को मिलता है समाचार पत्रों के माध्यम से, क्योंकि जुआ एक ऐसा आदत है जहां पर लोग अपना मनो शक्ति खो देता है और जुआ जैसे नशा को अपना आदत बना लेता है जिसके चलते परिवार के अन्य सदस्य आज रोड पर भटकते नजर जाते हैं। क्योंकि परिवार का मुख्या अपना कमाई को जुआ पर लुटा देते हैं। लेकिन आज क्षेत्र में जो जुआ खुलेआम ऐसे चल क्यों रहा है इसका जवाबदार कौन है, छेत्र की जनता का सवाल है, शासन प्रशासन से ,कि यह जुआ का खेल कब तक क्षेत्र में ऐसा ही कहर के रूप में बरसता रहेगा और लोगों को कब तक इस जुआ जैसे घिनौनी अपराध से निजात मिलेगी।।