
लैलूंगा में 28 से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का होगा आयोजन
मित्तल परिवार द्वारा किया गया है आयोजन,


लैलूंगा- धर्म नगरी लैलूंगा के पावन धरा में मित्तल परिवार द्वारा 28 अगस्त से लैलूंगा के अमरदीप स्कूल ग्राउंड में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ-पितृ मोक्ष कथा का आयोजन किया गया है। जिसमें देवभूमि वृंदावन से परम श्रद्धेय भागवत भास्कर पूज्य भागवतकथा वाचक श्रद्धेय श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) व्यास पीठ पर विराजमान होकर अपनी रसमयी अमृतवाणी द्वारा सभी भक्तों को जीवन उद्धारक कथा का रसपान कराएंगे। मित्तल परिवार लैलूंगा एवं घरघोड़ा द्वारा पवित्र पुरुषोत्तम मास के भाद्रपद 28 अगस्त रविवार से 4 सिंतबर रविवार तक श्री मदभागवत भक्तियज्ञ का आयोजन लैलूंगा में होना है।
मित्तल परिवार के अर्जुन मित्तल ने बताया कि दिनांक 28.08.22 को शोभायात्रा (कलशयात्रा) सुबह 08 बजे से
कलश स्थापना, देव पूजन तदुपरांत श्री भागवत जी की भव्य कलश यात्रा कथा स्थल तक पहुंचेगी, आचार्यों का सामूहिक पाठ पारायण होगा ।वरण एवं संकल्प पूजनोपरांत श्री भागवत जी का सस्वर सामूहिक पाठ परायण होगा।साथ ही प्रथम स्कन्ध, कुंती स्तुति, भीष्म स्तुति होगी। 29 अगस्त 2022 सोमवार को कपिलोपाख्यान, ध्रुव चरित्रादि, 30 अगस्त 2022 मंगलवार को श्री नरसिंह अवतार, वामन अवतार होगा।
31 अगस्त 2022 बुधवार को श्रीराम चरित्र, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (नंदोत्सव) तथा 01 सितम्बर 2022 गुरूवार
श्रीकृष्ण बाल लीलाएं, गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग एवं फूल बंग, 02 सितम्बर 2022 शुक्रवार को रासलीला, उद्धव ब्रजगमन, रूक्मणी मंगल के साथ फूलों की होली भी खेली जाएगी। 03 सितम्बर 2022 शनिवार को सुदामाचरित्र, श्री शुकदेव विदाई, भागवत पूजनादि एवं 04 सितम्बर 2022 रविवार कथा समय सुबह 9 बजे से 12 बजे तक हवन एवं पूर्णाहूति होगी। कथा समाप्ति के पश्चात 01 अक्टूबर 2022 शनिवार को दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद एवं भंडारा का आयोजन बिरमी देवी धर्मशाला, लैलूंगा में किया गया है।
मित्तल परिवार के सजन मित्तल ने बताया कि परमपिता परमेश्वर, बृजराज श्री बांके बिहारी जी, श्री राधारानी सरकार, कुलदेवता श्री मेहंदीपुर बालाजी, कुलदेवी जगतजननी माँ जगदम्बे (बेरी वाली) व श्री सद्गुरू देव की असीम अनुकंपा एवं श्री पितृ-देवताओं के अशेष आशीष से पावन धरा लैलूंगा में मित्तल परिवार ( निंगाना वाले) को आयोजन का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इस परम पावन अवसर पर मित्तल परिवार के मोहन मित्तल ने सभी से विनम्र अनुरोध है कि सपरिवार ईष्टमित्रों सहित पधारकर भक्ति ज्ञान एवं वैराग्य की पावन त्रिवेणी में कथामृत का सुफल प्राप्त करें।