
नगर पंचायत मारो में विद्युत व्यवस्था चरमराई है,
विनय सिंह बेमेतरा

बेमेतरा जिला के अंतर्गत आने वाली नगर पंचायत मारो का हाल बेहाल
विगत कई वर्षों से मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है किंतु अव्यवस्था है कि सुधरने का नाम ही नही ले रही है। यहां के कर्मचारी आज भी किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत मारो में दो कर्मचारी पदस्थ है जिसमें मेन लाइनमैन हमेशा मुख्यालय से बाहर रहते हैं दूसरे संविदा कर्मचारी होने के कारण पोल चढने से इनकार करता है। सब स्टेशन में ठेकेदार द्वारा चार ठेका कर्मचारी नियुक्त की गई हैं जिन्हे आठ 8 घंटे ड्यूटी करना होता है किंतु यहां पदस्थ सजग कर्मचारी लगातार दिन- रात 192 घंटे तक काम करते हैं उन्हें लगातार 8 दिन तक ड्यूटी करना पड़ता है इससे यह पता चलता है यहां का विद्युत विभाग कितना सजग है। बरसात के पहले मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं किंतु परिणाम सिफर ही रहता है। विगत 5 वर्ष पहले मारो वासियों द्वारा बेमेतरा में चक्का जाम एवं धरना प्रदर्शन किया गया था तब तत्कालीन कार्यपालन अभियंता द्वारा मारो फीडर अलग करने की बात कही गई थी और कार्य रूप में परिणित भी हुआ किंतु आज तक वह सफल नहीं हो पाया। गर्मी के दिनों में विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते एक ऊंट की मृत्यु हो गई साथ ही एक महिला मरते मरते बाल- बाल बची क्योंकि तार जमीन से कुछ ऊपर था , आज भी कई पोल झुके हुए हैं जिससे कभी भी दुर्घटना संभावित है। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है किसानों को पर्याप्त बिजली दी जा रही है , नगर वासियों के मांग पर विद्युत विभाग द्वारा अटल ज्योति में दोहत्रा रास्ते पर विगत साल भर से दिखाने के लिए ट्रांसफार्मर लगा हुआ है किंतु आज भी उसे प्रारंभ नहीं किया गया है जिससे किसान इस योजना के लाभ से वंचित हैं। यहां के कर्मचारी ठेकेदारों पर बात डाल देते हैं जबकि अधिकारी कर्मचारियों से पूछने की बात कहते हैं। यहां के किसान अटल ज्योति के भरोसे हैं जिसका कोई माई बाप नहीं है, कई कई दिनों तक विद्युत सप्लाई बंद रहता है पूछने पर यहां के कर्मचारी फाल्ट है कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। कर्मचारियों से बात करने पर अनर्गल बात करते हैं।