

केराबाहर पंचायत में दारू बंद – फैसला सुनते ही मचा हड़कंप!
शराब बनाने पर अब सीधे 10,000 रु जुर्माना – पकड़वाने वाले को मिलेगा 2,000 रु इनाम!
बनेकेला के बाद अब केराबाहर में कड़ाई – अवैध दारू माफियाओं के दिन खत्म!

रिपोर्ट ~ हीरालाल राठिया लैलूंगा
लैलूंगा। बनेकेला में दारूबंदी लागू होने के बाद अब लैलूंगा विकासखंड के केराबाहर पंचायत में भी शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। ग्राम सभा की बैठक में सर्वसम्मति से महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें पंचायत क्षेत्र में शराब बनाना, बेचना और खरीद-फरोख्त पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया। आदेश लागू होते ही गांव में दहशत और चर्चा एक साथ तेज हो गई है। पंचायत परिसर से लेकर चौराहों तक सिर्फ एक ही मुद्दा—दारू बंद!
सबसे बड़ी बात यह कि पंचायत ने सिर्फ नियम नहीं बनाया, बल्कि सख्त आर्थिक दंड भी तय कर दिया है। यदि कोई व्यक्ति अवैध रूप से दारू बनाते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर 10,000 रुपये तक का भारी जुर्माना लगेगा। वहीं जो व्यक्ति शराब बनाने वाले को पकड़वाएगा या इसकी जानकारी देगा उसे 2,000 रुपये इनाम दिया जाएगा। इस अनोखे नियम ने गांव में हलचल बढ़ा दी है और शराब माफियाओं में खलबली मच गई है।
पंचायत के इस फैसले ने लोगों का ध्यान तुरंत आकर्षित किया है। कई ग्रामीण इसका स्वागत करते नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि शराब की वजह से परिवार टूट रहे थे, घरेलू कलह बढ़ रही थी और युवा गलत राह की ओर जा रहे थे। वहीं कुछ लोगों की बेचैनी भी साफ दिख रही है – खासकर उन लोगों की जो गुपचुप दारू बनाकर बेचने का काम करते थे। अब उनके लिए पंचायत ने खुला अल्टीमेटम दे दिया है – या तो बदलो, या जुर्माना भरो!
बनेकेला में दारू बंदी के सफल प्रयोग के बाद केराबाहर पंचायत में इस फैसले को अमल में लाने की उम्मीद पंचायत व ग्रामीणों भी कर रहे हैं। महिला समूह, युवाओं की टोली और सामाजिक संगठन मिलकर निगरानी बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। पंचायत स्तर पर चौकसी दल बनाया जा रहा है जो किसी भी कोने में चल रही अवैध भट्ठी तक पहुंच बनाने की कोशिश करेगा।
कुल मिलाकर पंचायत का रुख साफ –गांव में अब नहीं चलेगी दारू, चलेगी सिर्फ सख्त कार्रवाई!
लैलूंगा क्षेत्र में यह फैसला अब चर्चाओं का केंद्र है और आगे अन्य ग्राम पंचायतें भी इसी राह पर चल सकती हैं।







