
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कूकदा में अव्यवस्थाओं का आलम
शिक्षकों की लापरवाही तथा मनमानी सर चढ़कर बोल रही है
विनय सिंह बिलासपुर

बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड के क्षेत्र में आने वाला ग्राम पंचायत कुकदा जो अभी कई दिनों से लगातार सुर्खियों में आ रहा है तथा आज भी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पर दिन-ब-दिन कई तरह के अवस्थाओं का आलम दिखाई दे रहा है और लगातार कूकदा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कभी शिक्षकों के द्वारा कई तरह की लापरवाही पूर्वक तथा शिक्षक के पद पर आसीन होते हुए तथा स्थानीय निवासी शिक्षक होने के नाते कई तरह के अनैतिक कार्य एवं अविश्वसनीय सोच को प्रदर्शित कर रहे हैं,मामला का विवरण इस प्रकार से है कि शिक्षकों के द्वारा मध्यान भोजन को लेकर तथा रसोईया को लेकर कई तरह की बातें हुई जिस पर बीते महीनों में वैभव स्व सहायता समूह के द्वारा शिक्षकों के ऊपर जिलाधीश बिलासपुर, जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर तथा उसके पहले भी खंड शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया गया था जिसमें शिक्षकों के द्वारा अनक कार्य तथा राजनीतिक जैसे बात भी सामने आई थी तथा बीते दिवस शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में पहुंचने पर देखा गया कि लगभग छात्रों की संख्या 450 की लगभग है मगर वहां 20 से 30 बच्चे लगभग खाना नहीं खाते और मध्यान भोजन का लाभ प्राप्त नहीं करते मगर शिक्षकों के द्वारा प्रत्येक दिवस मध्यान भोजन बनाने की सामग्री की लिस्ट दी जाती है और उसमें दर्ज संख्या के मुताबिक ही भोज्य पदार्थ बनाना होता है मगर शिक्षकों को यह मालूम नहीं है कि कितने बच्चे वहां मध्यान भोजन का लाभ प्राप्त करेंगे कितने नहीं मगर खाना जितने दर्ज संख्या है उसी के मुताबिक ही बनता है और बचा हुआ खाना व्यर्थ हो जाता है या यूं कहे की ज्यादा बनता है इससे समूह पर भारी मात्रा में खर्च करने की हानि उठानी पड़ती है, हद तो तब हो गई जब स्कूल में चपरासी के रहते हुए भी बच्चे अपने कक्ष का बच्चे ही झाड़ू लगा रहे थे इस तरह से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुकदा में शिक्षकों की मनमानी और अनैतिक पूर्ण कार्य तथा अविश्वसनीय सोच चरम सीमा पर है इस विषय पर खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई मगर अभी तक सारे विषयों पर संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं मिल पाया है तथा इस विषय पर पुनः खंड शिक्षा अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी तथा जिलाधीश बिलासपुर से बात करके पुनः खबर की प्रकाशन की जाएगी खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में प्रकाशित की जाएगी