
भिलाई के कल्याण कॉलेज में वर्षो बाद मिले पुराने छात्र
रिपोर्ट-अशोक अग्रवाल

याद की उन दिनों की बातें-मुलाकाते
दुर्ग/भिलाई में संचालित कल्याण महाविद्यालय में रविवार को एल्युमिनाई मीट का आखरी दिन रहा। इस कार्यक्रम में कालेज के उन छात्रों को आमंत्रित किया गया था जो 2008 से पहले यहां छात्र थे। सालों बाद अपने दोस्तों को पाकर वह एक दूसरे से गले लग गए। इसमें कई छात्र ऐसे भी थे, जो आईपीएस, डॉक्टर, राजनेता और बड़े पदों पर आसीन है, लेकिन अपने बैचमेट को पाकर वह भी पूराने छात्र बन गए और एक दूसरे गले लग गए। इसके बाद एक दूसरे से उनकी उपलब्धियों के बारे में जाना और फिल्मी सांग में जमकर थिरके।
रविवार रात सतरंगी छटाएं बिखेरता कल्याण
महाविद्यालय का खूबसूरत मंच उन छात्रों से भरा हुआ था, जो खुद अपने आप को छात्र महसूस कर रहे थे, लेकिन असल में वे देश के जिम्मेदार पदों पर आसीन हैं। उन्होंने अपने ओहदे, अपनी रैंक और पॉवर को भुलाकर एल्युमिनाई मीट के ऐसे इंज्वाय किया जैसे कॉलेज के स्टूडेंट्स करते हैं। साथ नाचे, सेल्फी जोन में सेल्फी खिंचवाई, हंसी ठहाके किए, एक दूसरे के साथ कालेज के समय वाले मजाक किए।
अतिथियों को सम्मानित करते छात्र-छात्राएं
अतिथियों को सम्मानित करते छात्र-छात्राएं।
इस एल्युमिनाई मीट आयोजन कार्यक्रम के अध्यक्ष अनिल मिश्रा और पूर्व अध्यक्ष योगेश गुप्ता ने बताया कि कल्याण कॉलेज में उनका यह तीसरा कार्यक्रम है। इससे पहले भी दो बार वो कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं। धीरे-धीरे उनके पास पूर्व छात्रों की पूरी लिस्ट बनती चली जा रही है।
अपने पुराने दोस्तों के साथ सेल्फी लेते हुए
अपने पुराने दोस्तों के साथ सेल्फी लेते हुए
कल्याण कॉलेज से पास आउट छात्र राजनेता से लेकर बॉर्डर की कमान संभालने वाले और राज्य में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालवे बड़े रैंक के अधिकारी तक हैं। उन सभी ने अपना समय दिया और यहां आए। सभी का यही कहना था कि इस तरह का कार्यक्रम हर साल होना चाहिए और वो इसमें आते भी रहेंगे।
सेल्फ प्वाइंट में दिखी दोस्तों की जवानी
कल्याण कॉलेज से जुड़ी है ढेरों यादें – शशि मोहन
आईपीएस अधिकारी शशि मोहन ने कहा कि यहां आकर काफी अच्छा लगा। यहां आकर सभी अपने पुराने मित्रों से मिले और अपनी पुरानी यादों को ताजा करते दिखे। उन्होंने एक दूसरे को पाकर अपने जीवन की खट्टी मिट्ठी यादों को साझा किया। इस एल्युमिनाई मीट में कई ऐसे मित्र मिले जो सालों बाद मिले। भोपाल से एक मित्र यहां आया उससे मिलकर काफी अच्छा लगा।