
ममता साहू की रिपोर्ट
लैलूंगा/अमर स्तंभ – भारतीय जनता पार्टी को अपने खाते से आदिवासी वोट बैंक खिसकते नजर आ रहे हैं इस वजह से डीलिस्टिंग जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर आदिवासी भाइयों को संसय में डाला जा रहा है आर, एस, एस, और भारतीय जनता पार्टी दोनों मिलकर हमारे संविधान के नियमों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है हमारे देश में धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी है यहां कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म को अपना सकता है हमारे संविधान में धर्म के नाम पर आरक्षण की सुविधा नहीं है जाति के आधार पर आरक्षण की सुविधा है और जातिगत आधार पर आरक्षण का लाभ दिया जाता है धर्म परिवर्तन करने से जाति नहीं बदल जाती भारतीयों के साथ उनकी संवैधानिक अधिकार को छीनने की साजिश चल रही है देश में धार्मिक उन्माद फैलाकर सभी वर्गों को एक दूसरे के खिलाफ धर्म के नाम पर लडाया जा रहा है ऐसे में देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में आज देश विषम दौर से गुजर रहा है जिसके जिम्मेदार भारतीय जनता पार्टी और आर ,एस,एस,दोनों है और आज इसी कड़ी में हम आदिवासी भाइयों को भी ला खड़ा किया है उन्होंने खासकर जहां आदिवासी भाइयों की संख्या बहुतायत जैसे छत्तीसगढ़ झारखंड ऐसे राज्यों को टारगेट करके डी लिस्टिंग जैसे व्यर्थ कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है जिसका मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं सभी आदिवासी भाइयों से अपील करता हूं कि ऐसे कार्यक्रमों से दूरी बनाए और उसका बहिष्कार करें मैं इसेसीधे तौर से अवैधानिक करार देता हूं और इसका बहिष्कार करता हूं