
फेडरेशन के बैनर तले सभी कर्मचारी अधिकारी हुए लामबंद
लैलूंगा: इस महीने के अंतिम सप्ताह में सरकारी कामकाज पूरी तरह प्रभावित रहेगा। अपनी मांगे पूरी नहीं होने के चलते सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जाने की तैयारी में है। आज जनपद परिसर लैलूंगा में संपन्न छत्तीसगढ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन की बैठक में 25 से 29 जुलाई तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है। हड़ताल में ब्लॉक मुख्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारी शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के नेतृत्व में सभी संगठनों से जुड़े कर्मचारी अधिकारियों की लैलूंगा ब्लॉक मुख्यालय में बैठक संपन्न हुई। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने और आंदोलन के जरिए मंहगाई भत्ता और अन्य मांगो को पूरा करने की मांग की गई। इसके पहले भी कई बार धरना प्रदर्शन और ज्ञापन रैली कर चुके हैं। लेकिन कोई पहल नहीं होने से अधिकारियों और कर्मचारियों ने 29 जून को शक्ति प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय हड़ताल भी की थी। लेकिन राज्य सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। जिसके कारण कर्मचारियों और अधिकारियों में काफी रोस है। आज की बैठक की अध्यक्षता फेडरेशन के सरंक्षक प्रदीप साहू, संयोजक अवधेश पटेल ने की। फेडरेशन से उपाध्यक्ष सुमन साय नंदकुमार साय, सचिव पंकज पटनायक, सत्यप्रकाश बेहरा, कोषाध्यक्ष टीकाराम नायक एम साव, महासचिव अरविन्द राजपूत, ने बैठक का नेतृत्व किया।
जिसमें आगामी 25 जुलाई से 29 जुलाई तक पाँच दिवसीय आंदोलन की रुपरेखा की समीक्षा की गई।जिसमें केंद्र के समान 34% महंगाई भत्ता और पुनरक्षित गृह भाड़ा भत्ता की दो सूत्रीय मांग को लेकर यह निश्चितकालीन पांच दिवसीय आंदोलन किया जा रहा है इसकी समीक्षा आज फ़ेडरेशन के द्वारा की गई, जिसमें तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ से परमानंद बंजारे, अजाक्स संघ से बलराम सिदार, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ संघ से डॉ एल के विश्वाल, क़ृषि स्नातक संघ से शांतनु साय, सेत राम पैंकरा, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ से पुष्कर पैंकरा,संयुक्त शिक्षक संघ से सुरेंद्र पटनायक, शैलेश बेहरा,राधेश्याम बेहरा,सहायक शिक्षक फेडरेशन से श्यामलाल भगत, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से यशपाल भगत, टीचर एसोसिएशन से बी एस पोर्ते, पटवारी संघ से आनंद खेस,सचिव संघ से संगल साय के साथ सभी कर्मचारी अधिकारी संगठन ने बैठक कर आंदोलन को सफल बनाने हेतु एकजुटता का परिचय दिया।


