लैलूंगा/9 दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर चलता हुआ स्वामी आत्मानंद स्कूल लैलूंगा का कार्य जिस गति से चल रहा है उसे देखकर छात्रों के अभिभावक चिंतित हैं ।राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल जिसे पूरे प्रदेश में प्रशंसा मिल रही है पर लैलूंगा में जर्जर हुए भवन के मरम्मत कार्य में लापरवाही से इस शासकीय योजना की साख प्रभावित हो रही है।विगत दिनों स्कूल भवन की दीवार गिरने से अप्रिय घटना होते होते बच गई परंतु इसके बावजूद भी विभागीय अधिकारियों एवम शासन प्रशासन की उदासीनता समझ से परे है। प्रशासन के उदासीन रवैया से अभिभावकों का धैर्य टूट रहा है और अब इसकी शिकायत जनदर्शन के माध्यम से कलेक्टर महोदय से करने की तैयारी कर रहे हैं ।


भवन की अनुपलब्धता की वजह से उक्त स्कूल में 3 शिफ्ट में छात्रों को बुलाकर बड़ी मुश्किल से अध्यापन के कार्य की महज खानापूर्ति की जा रही है। केवल ढाई घंटे की समय अवधि मेंभोजन इत्यादि के विराम को निकाल दें तो महज 2 घंटे का समय ही बच्चों को पढ़ने के लिए मिल पाता है जो कि किसी भी दृष्टि से पर्याप्त नहीं है। न ही बच्चों को खेल कूद सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि के लिए समय मिल पाता है। आलम यह है की शिक्षण सत्र प्रारंभ हुए 2 महीने हो गए लेकिन अभी तक एल.के.जी. एवम यू.के.जी. के बच्चों की कक्षाएं शुरू ही नहीं हो पाई है जिससे अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में दाखिला कराने के लिए मजबूर हो गए हैं ।
जब स्कूल के प्राचार्य से हो रही असुविधा के बारे में अभिभावकों ने बातचीत की उन्होंने बताया कि हम अपने विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दे चुके हैं, इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते ।अभिभावकों ने कहा कि कलेक्टर महोदय से शिकायत करने के बाद भी यही आलम रहा तो हम उग्र आंदोलन करेंगे







