
शिक्षक शराब के नशे में स्कूल, छात्राओं से अभद्र व्यवहार – सरगुजा शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन — प्रधान पाठक गणेश राम चौहान तत्काल प्रभाव से निलंबित
अम्बिकापुर/जशपुर। शिक्षा विभाग में बड़ा बवाल! सरगुजा संभागीय संयुक्त संचालक (शिक्षा) कार्यालय अम्बिकापुर ने जशपुर जिले के प्रधान पाठक गणेश राम चौहान को गंभीर आरोपों के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के बाद की गई, जिसमें कहा गया था कि संबंधित प्रधान पाठक विद्यालय समय में नशे की हालत में उपस्थित हुए तथा छात्राओं के प्रति अशोभनीय और मानसिक रूप से प्रताड़नापूर्ण व्यवहार किया। प्रतिवेदन में यह भी उल्लेख है कि शिक्षक ने विद्यालय के विद्यार्थियों व कर्मचारियों के साथ अपशब्दों का उपयोग किया और गाली-गलौज की।
आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए जाने पर विभाग सख्त — निलंबन आदेश जारी
28 नवंबर 2025 को जारी आदेश में विभाग ने माना कि प्रतिवेदन में वर्णित कृत्य अनैतिक तथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 तथा 23(ख) एवं (ग) का स्पष्ट उल्लंघन माना गया है। आदेश में कहा गया कि एक सरकारी कर्मचारी, विशेष रूप से प्रधान पाठक जैसे पद पर पदस्थ व्यक्ति द्वारा ऐसा आचरण विद्यार्थी हित, संस्थागत गरिमा और शैक्षणिक वातावरण के पूर्ण विपरीत है।
इसी आधार पर चौहान को छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9(1)(ख) के तहत सेवा से तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यालय बदला — फरसाबहार में रिपोर्टिंग के निर्देश
निलंबन की अवधि में गणेश राम चौहान का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, फरसाबहार, जिला जशपुर निर्धारित किया गया है। इस दौरान वे नियमों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता (Subsistence Allowance) के पात्र रहेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि आदेश का पालन सुनिश्चित किया जाए तथा संबंधित कार्यालय तामीली पावती के साथ प्रतिवेदन वापस जमा करे।
आदेश की प्रतिलिपि कई विभागीय कार्यालयों को भेजी गई
निलंबन आदेश की प्रतियां निम्न अधिकारियों को सूचनार्थ / कार्यवाही हेतु प्रेषित की गई हैं—
विशेषज्ञ, लोक शिक्षण संचालनालय, रायपुर
आयुक्त, सरगुजा संभाग
कलेक्टर, जशपुर
जिला शिक्षा अधिकारी, जशपुर
विकासखंड शिक्षा अधिकारी, पत्थलगांव — तामीली व अभिस्वीकृति सहित
विकासखंड शिक्षा अधिकारी, फरसाबहार — अनुपालन हेतु
संबंधित संस्था एवं स्वयं गणेश राम चौहान को पालनार्थ सूचना
शिक्षा विभाग में हड़कंप — अभिभावकों में भी आक्रोश
यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा महकमे में हलचल तेज हो गई है। घटना के बाद अभिभावकों में भी असंतोष देखा जा रहा है और कई लोग सख्त कार्रवाई व स्थाई अनुशासनात्मक निर्णय की मांग उठा रहे हैं। विभागीय जांच आगे जारी रहेगी, जिसके आधार पर भविष्य में कठोर दंड या बहाली संबंधी निर्णय लिए जाएंगे।
स्कूल परिसर में नशे की स्थिति में पहुंचना, छात्राओं से अभद्र वार्ता और कर्मचारियों पर अपशब्दों का उपयोग जैसे आरोप शिक्षा व्यवस्था की गरिमा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह हैं। विभाग की यह कार्रवाई संदेश देती है कि शिक्षण संस्थानों में अनुशासन और आचरण संबंधी उल्लंघन पर अब कठोर निर्णय ही अंतिम परिणाम होगा।








