“लैलूंगा में दो-दो जवानों की एंट्री! गोंड समाज की बेटी गरीमा सिदार और पुस्तम पैंकरा छत्तीसगढ़ पुलिस में चयनित—पूरे इलाके में खुशी का महाबवाल, युवा वर्ग में जबरदस्त जोश का विस्फोट!”
लैलूंगा/पाकरगांव/बनेकेला।
लैलूंगा क्षेत्र के लिए आज का दिन ऐतिहासिक, गर्वपूर्ण और जश्न से भरा साबित हुआ है। पाकरगांव की गोंड समाज की होनहार बेटी गरीमा सिदार जगत और लैलूंगा–बनेकेला के नीलाम्बर पैंकरा के सुपुत्र पुस्तम पैंकरा के छत्तीसगढ़ पुलिस में चयनित होने की खबर जैसे ही क्षेत्र में पहुँची, पूरा इलाका खुशी से झूम उठा। दोनों की सफलता ने लैलूंगा क्षेत्र का नाम एक बार फिर रोशन कर दिया है। गांव-घर, मोहल्ला, चौक-चौराहे—हर जगह सिर्फ एक ही चर्चा, “हमारे गांव के बच्चे पुलिस बने हैं!”
गोंड समाज की बेटी गरीमा सिदार जगत ने न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे समाज का मान बढ़ाया है। सीमित संसाधनों के बावजूद कठिन परिश्रम, अनुशासन और संघर्ष को हथियार बनाकर गरीमा ने यह उपलब्धि हासिल की है। उनके चयन से गोंड समाज में खास उत्साह देखा जा रहा है। महिलाएँ और युवा इस उपलब्धि को समाज की बड़ी जीत बता रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा—“गरीमा ने साबित कर दिया कि गांव की बेटियाँ किसी से कम नहीं। अगर लगन हो तो पहाड़ भी रास्ता दे देता है।”
इधर लैलूंगा–बनेकेला के पुस्तम पैंकरा के चयन से पैंकरा परिवार और पूरे समाज में भारी उत्साह है। पुस्तम ने अपनी मेहनत, निरंतर तैयारी और मजबूत इच्छाशक्ति के दम पर यह मुकाम पाया है। उनके पिता नीलाम्बर पैंकरा अपने बेटे की इस उपलब्धि पर गदगद हैं। क्षेत्र के युवाओं के लिए पुस्तम आज प्रेरणा बन गए हैं। कई युवाओं ने कहा कि पुस्तम की सफलता ने उनमें नई ऊर्जा भर दी है—“अब हम भी पुलिस व अन्य सेवाओं के लिए और मजबूत तैयारी करेंगे।”
दोनों चयनित जवानों को बधाई देने के लिए लोगों की भीड़ घरों में उमड़ने लगी। व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम—हर प्लेटफॉर्म पर बधाइयों की बौछार जारी है। गांव के बड़े-बुजुर्गों ने इसे लैलूंगा क्षेत्र का गौरव बढ़ाने वाला क्षण बताया है। माना जा रहा है कि पुलिस चयन प्रक्रिया में स्थानीय युवाओं की बढ़ती सहभागिता आने वाले वर्षों में और कई सफलता की कहानियाँ लिखेगी।
क्षेत्र के सामाजिक संगठनों, युवाओं और जनप्रतिनिधियों ने गरीमा सिदार और पुस्तम पैंकरा को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ देते हुए कहा—“ये दोनों बच्चे अब गांव-क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। इनके कंधों पर अब समाज और राज्य की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी है।”
लैलूंगा क्षेत्र में इस दोहरी सफलता ने खुशी की ऐसी लहर दौड़ाई है कि हर चेहरा गर्व से चमक रहा है। युवाओं में जोश और उत्साह का माहौल बिल्कुल ‘बवाल मोड’ में है। कहा जा रहा है कि यह सिर्फ दो चयन नहीं, बल्कि लैलूंगा क्षेत्र की नई शुरुआत है—जहाँ से अब हर साल कई नए पुलिस जवान निकलेंगे।
लैलूंगा बोले—“हमारे जवान छा गए!”








