
नव उत्तराम ने ज्योतिष पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित जगतगुरु शंकराचार्य 1008 स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज बिलासपुर घोंघा मंदिर में पधार कर सभी भक्तों को दिया आशीर्वाद।
विनय सिंह बिलासपुर

नवपीठ पर अभिषिक्त होने के बाद उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अन्नंत श्री विभूषित जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामि श्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज २1अक्टूबर २२ को प्रथम बार गोगा मंदिर शनिचरी बिलासपुर में अपराहन 4:00 बजे पधारे में जहां उनका स्वागत मंगतराय अग्रवाल, शाह परिवार व विश्व हिंदू महासभा के राष्ट्रीय सचिव पंडित श्रवण कुमार दुबे वह तमाम वरिष्ठ गणमान्य व बिलासपुर की जनता ने अभिनंदन किया ।
तदुपरांत जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद का चरण पादुका पूजन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक मंगत राय अग्रवाल ,शाह परिवार व कंचन पंडित वरिष्ठ पदाधिकारी विश्व हिंदू सेवा दल पंडित श्रवण कुमार दुबे समुद्रशास्त्रविद्द राष्ट्रीय संयुक्त सचिव विश्व हिंदू महासभा ने किया।
जिसमें धरमलाल कौशिक जी ने बिलासपुर को धर्म नगरी बताते हुए परम सौभाग्य की बात कही कि ब्रह्मलीन धर्म सम्राट जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद जी के आशीर्वाद पहले भी आ रहा और इसके बाद प्रथम आगमन शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी का बिलासपुर में हुआ जिससे पूरे बिलासपुर की जनता धन्य हुई। साथ ही शंकराचार्य जी का सत्संग हुआ जिसमे उन्होंने धर्म और संस्कार को बचाने के लिए गुरुकुल वह गौशाला को पूर्ण धारणा द्वार के बारे में सभी भक्तों को आवाहन किया व सभी भक्तो ने सत्संग का लाभ लिया तदोपरांत प्रसाद वितरण हुआ
व सभी भक्त इस अलौकिक क्षण का सहभागी बनें ।।