
रक्तदान महादान/लक्ष्मीकांत राठिया
रक्तदान महादान के इस कहावत को लक्ष्मीकांत राठिया सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत अमलीडीपा/पूर्व जिलाध्यक्ष RGVM यूथ विंग रायगढ़ व पूर्व जिलामहासचिव कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड सारंगढ़-बिलाईगढ़ एवं साथियों रामसिंह राठिया, वीरेंद्र सिंह राठिया एवं ईश्वर सिंह राठिया द्वारा सही समय में सही साबित किया गया,
हम बात कर रहें हैँ राधा कृष्णा हॉस्पिटल सारंगढ़ की जिसमे एक पीड़िता महिला जिसको बच्चादानी का ऑपरेशन होना हैँ, उसके लिए 6 यूनिट रक्त की जरूरत थी, जिसमे 2 यूनिट तो पहले से ही मिल चूका था लेकिन 4 यूनिट और रक्त की जरूरत थी, लेकिन पीड़िता के परिवार वाले के ढूंढने से नहीं मिल पाया, डॉक्टरों का कहना था की ऑपरेशन के पहले 4 यूनिट एबी पॉजिटिव रक्त कही से भी लाके रखना पड़ेगा, जिसकी सुचना दीगम्बर राठिया के द्वारा अमलीडीपा के सरपंच श्रीमती पुष्पादेवी राठिया के बेटे जो की उभरते हुए चर्चित युवा नेताओं में नाम सुमार हैँ जिसकी सुचना मिलते ही साथियों द्वारा तुरंत दौड़े चले आये, अमलीडीपा पंचायत के युवा लड़को की बात करें तो जैसे की नेतागिरी कहे या जनसेवा कही पीछे नहीं हटते हैँ, जिसमे 3 यूनिट रक्तदान लक्ष्मीकांत राठिया, रामसिंह राठिया एवं ईश्वर सिंह राठिया द्वारा किया गया, वीरेंद्र सिंह राठिया का सैंपल अलग होने से रक्तदान करते नहीं बना व लक्ष्मीकांत द्वारा ऑपरेशन होने के पहले जितनी भी रक्त की जरूरत पड़े मैं उपलब्ध कराऊंगा करके आश्वासन दिया गया हैँ,
लक्ष्मीकांत राठिया की बात करें
लक्ष्मीकांत राठिया का कहना यहां हैँ की ज़ब भी जैसे भी हम लोगों की मदद कर सके वहाँ बहुत ख़ुशी की बात होंगी, अगर हमारे वजह से किसी की जान बच जायें या मुसीबत में काम आये इससे बड़ी ख़ुशी की बात क्या होगी और उन्होंने बताया की अगर किसी को भी रक्त की जरुरत पड़े या किसी को कोइ मुसबित हो तो आधी रात को भी मुझे सुचना दें मैं आप लोगों की सेवा में तत्पर हाजिर रहूंगा!


