भा.ज.पा.के पास मुददा नही घड़ियाली आंसू बहा रही है:विधायक आशीष छाबड़ा

बेमेतरा

बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने भाजपा पर किसानो के हितैषी बनाने के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया है,विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार किसानो की वास्तविक हितैषी है,जिसने सत्ता प्राप्त होते ही किसानो के करोड़ों रुपए कर्च माफ किए तथा 2500 सौ रुपए क्विंटल में धान खरीदी कर रही है,साथ ही इस वर्ष 2640 एवं 2660 रूपये में धान की खरीदी की जा रही है,जबकि पूरे भारत वर्ष में किसी भी राज्य सरकार द्वारा किसानों को धान का इतना मूल्य नही दिया जा रहा है,इस वर्ष राज्य सरकार ने किसानों को हो रही समस्या को देखते हुए एक माह पूर्व ही धान खरीदी प्रारंभ कर दी है,साथ ही धान बेचने के चौबीस घंटे के अंदर किसानो को धान की राशि उनके खाते में अंतरित कर दी जा रही है,भाजपा केन्द्र सरकार द्वारा किसानों हितो के कुठारघाट लगातार किया जा रहा है,कभी केंद्रीय पुल में राज्य के कोटे से धान ना खरीद करना,कभी धान खरीदी के लिए धान बोरे का गठान राज्य सरकार को न देकर लगातार राज्य सरकार को किसानो की भलाई करने से रोकने का प्रयास किया जाता रहा है,फिर भी राज्य की भूपेश सरकार अपने वादों पर अडिग है,तमाम कठिनाइयों को सहते हुए किसानो के साथ चट्टान बनकर खड़ी है,जिसे भाजपा के लोग पचा ना पा रहे है,जिस कारण से मीडिया और सोशल मीडिया पर अनर्गल प्रलाप करने रहते है,भूपेश सरकार बनने के बाद किसानों की समस्या हल करने के लिए राज्य सरकार प्रतिवर्ष नए धान संग्रहण केन्द्र का निर्माण कर रही है, जिसमे बेमेतरा विधानसभा को भी इस वर्ष सुरहोली नवीन धान संग्रहण केन्द्र की सैगात मिली है, जिससे ग्रामीणों में उत्साह बना है विगत वर्ष केंद्र सरकार के असहयोग के बावजूद राज्य सरकार ने बोरे की कमी का हल निकाला था इस बार किसी प्रकार की किसानो को परेशानी ना हो इसे ध्यान रख कर राज्य सरकार ने समय पूर्ण ही पर्याप्त बोरो की व्यवस्था कर ली है जिससे किसी भी धान संग्रहण केन्द्र से बोरे कमी की शिकायत प्राप्त नही हुई है, साथ हीं कांग्रेसी कार्यकर्ता तथा स्वयं भी लगातार धान विक्रय केंद्रों का निरीक्षण कर रहे है, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो तत्काल धान संग्रहण केन्द्र में हल किया जा रहा है,साथ ही अधिकारियों को भी किसी भी प्रकार की समस्या ना हो ऐसे में कुछ लोगो के द्वारा किसानों के हितैषी होने का स्वांग रचा जा रहा है,किसान भी अपने हितैशि को पहचानते है,भा.ज.पा.मात्र पूर्व की भाती घड़ियाली आंसू बहा रही है।







