
धर्म को राजनीति से अलग रखकर विकास को राष्ट्रीय लक्ष्य बनाएं युवा
रिपोर्ट- अशोक अग्रवाल
कल्याण महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान परिषद की परिचर्चा का आयोजन

दुर्ग//कल्याण महाविद्यालय सेक्टर-7 भिलाई परिसर में राजनीति विज्ञान परिषद राजनीति विभाग द्वारा गुरुवार 08 दिसंबर को ” वर्तमान भारतीय राजनीति एवम धार्मिक समन्वय की संभावना ” विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई।
इस अवसर पर मुख्य वक्तागण के तौर पर वरिष्ठ पार्षद रहे प्रभुनाथ मिश्रा, नगर निगम के मौजूदा निर्दलिय पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्र, वामपंथी संगठन के प्रतिनिधि विश्वजीत होर्डे, कांग्रेस की पार्षद सुभद्रा सिंह और पत्रकार मुहम्मद जाकिर हुसैन ने विषय पर अपनी-अपनी बात रखी।
शुरूआत में कॉलेज के प्राचार्य डा आर पी अग्रवाल ने विषय से संदर्भित बात रखते हुए ऐसे आयोजन को विद्यार्थियों के लिए आवश्यक बताया। कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने धर्म को राजनीति से अलग रखकर विकास को राष्ट्रीय लक्ष्य रखकर सोचने की बात कही।
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है अनुच्छेद 25 से 28 में धर्म की स्वतंत्रता की बात उल्लिखित की गई और इंसानियत को धर्म मानने की बात कही गई। इस दौरान वक्ताओं ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से तमाम धर्मों को समन्वित कर चलने पर प्रकाश डाला। इसके उपरांत सवाल-जवाब सत्र हुआ, जिसमे राजनीति शास्त्र के विद्यार्थी तैयबा शाह, वंदना , गौतम , अमितेश , निक्की , मोहम्मद गौसुल व अंकिता ने विषय से संदर्भित और मौजूदा दौर के प्रासंगिक कई सवाल पूछे। जिसका उपस्थित वक्ताओं ने जवाब दिया।
इस दौरान उपप्राचार्य डा एन एस पटेल, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ सुधीर शर्मा, पत्रकारिता विभाग प्रमुख अजय पांडे, वाणिज्य विभाग अध्यक्ष डा पी एस शर्मा, अंग्रेजी विभाग अध्यक्ष प्रो अनुराग पांडे, अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापक अरुणा चौबे, शिक्षा विभाग सहायक प्राध्यापक डा शबाना, हिंदी विभाग से सहायक प्राध्यापक डा फिरोजा जाफर अली, अंजन कुमार व अशोक तिवारी और राजनीति शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक मजहर खान की विशिष्ट भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक डॉ मणिमेखला शुक्ला ने किया व आभार प्रदर्शन राजनीति विज्ञान विभाग प्रमुख डॉ राजेंद्र ठाकुर ने किया।