सुधीर चौहान की रिपोर्ट


रायगढ़:- छत्तीसगढ़ शांति का संदेश देने वाला राज्य है इस राज्य में हर धर्म हर जाति के लोग बड़ी विनम्रता के साथ एक साथ रहकर के सभी धार्मिक आयोजनों में अपनी सहभागिता निभाते आ रहे हैं। परंतु कुछ असामाजिक तत्व ऐसे भी हैं जिन्हें शांति का संदेश अच्छा नहीं लगता ऐसे लोग विभिन्न प्रकार के संडयंत्रों के द्वारा राज्य की शांति को भंग करना चाहते हैं।
विगत दिनों छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पाटेश्वर धाम में असामाजिक तत्वों के द्वारा लिरिंग जानवरों का वध करके प्रतिमाओं में खून तथा मांस की लूट कुक्कर फेंक कर समाजिक व्यवस्था को भंग करने का कार्य किया गया तथा संतो को अभद्रता पूर्वक गाली गलौज किया गया। स्वामी विवेकानंद जी तथा बालक दास महत्यागी जी के ऊपर अभद्र शब्दों के द्वारा समस्त संत समाज का अवहेलना की गई और विभिन्न प्रकार के लोगों के द्वारा समाज में फूट डालने का कार्य बड़ी तेजी से किया जा रहा है, इनके विरुद्ध आज उचित कार्यवाही नही होने के कारण संत समाज राज्य की राज्यपाल बहन सुश्री अनुसुइया उइके जी से मुलाकात कर राज्य की अस्मिता तथा संतो को संरक्षण देने के लिए अपनी बात एवं मुलाकात की मुलाकात के दौरान महामंडलेश्वर श्री सर्वेश्वर दास जी महाराज त्रिवेणी दास जी महाराज मिथिला चरण दास जी महाराज गोपाल दास जी महाराज युद्ध शांति लाल जी महाराज देवा दास जी महाराज वेद प्रकाश आचार्य जी परम पूज्य परमात्मा नंद सरस्वती जी महाराज तथा चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज जी के साथ अनेक संतों ने बांधी राज्यपाल जी से मुलाकात कर अपना ज्ञापन सौंपा इसके साथ-साथ आचार्य राकेश कुमार गुरुकुल तुरंगा तथा आदरणीय घनश्याम जी एवं पतंजलि योगपीठ के सदस्य माननीय तिवारी जी आदि उपस्थित रहे। सनद रहे कि छत्तीसगढ़ में शांति का संदेश हम सब का उत्तरदायित्व है यही संतों का संदेश है यही हमारे पूर्वजों का संदेश है और हम सबको मिलकर के शांति का संदेश देना है यही उद्देश्य के साथ सभी संतो से मानि बहन राज्यपाल से मुलाकात की।








