
हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये – मणि शंकर दिवाकर
बेमेतरा से विनय सिंह की खास खबरें

हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये,
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये,
मन में ओज भरदे ऐसी जिज्ञासा भरा अरमान चाहिये,
किसी विवाद की स्थिति में सुस्पष्ट कर दे ऐसा प्रमाण चाहिये –
1 हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये !
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये !!
मन को संतोष कर दे ऐसा सद् विचार चाहिये,
दूसरे का दिल जीत ले ऐसा शालीन व्यवहार चाहिये,
मन की ईच्छा पूरी हो ऐसी कर्म के प्रति तन्मयता का रूप प्रधान चाहिये,
गंभीर समस्या का भी सरल समाधान चाहिये-

- हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये !
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये !!
सफलता मिले हर काम में प्रश्न का सटीक उत्तर दे ऐसा विद्वान चाहिये,
रोग से ग्रसित व्यक्ति के लिये उचित उपचार हो ऐसा निदान चाहिये,
हो जज्बात पर अपना मन काबू ऐसा संतोष जनक स्वभाव चाहिये,
आये अतिथि घर मेहमान पर प्रेम भरा आव-भाव चाहिये ——– - हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये !
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये !!
सुख शांति से गुजरे दिन महल आलिशान चाहिये,
बैर कपट ना हो तनिक मन में ऐसा ईश्वरीय वरदान चाहिये,
मन शांत हो ऐसा उपहार दान चाहिये,
औरों के लिये जिये जो कोई ऐसा जान चाहिये——— - हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये !
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये !!
अच्छी शिक्षा जोत जला दे ऐसा गुरु महान चाहिये,
दर्द बया करे ऐसा कहानी ईतिहास का सारांश चाहिये,
अपने कुल का नाम उजागर कर दे ऐसा आज्ञाकारी संतान चाहिये,
संगीत में सुमधुर मन उद्दीप्त कर दे ऐसी संगीतमयी तान चाहिये- - हमें गैरो के बीच अपनों सा प्रेम सम्मान चाहिये !
नाखुश को खुश कर दे थोड़ी मोहक मुस्कान चाहिये !! —————————-