

रूपडेगा में जन चौपाल का धमाका: थाना प्रभारी गिरधारी साव की सख्त हुंकार – “गाँव में अब नहीं बिकेगी शराब!”

रिपोर्ट ~ हीरालाल राठिया लैलूंगा
लैलूंगा। रूपडेगा गाँव में आज का दिन इतिहास बन गया, जब लैलूंगा थाना प्रभारी गिरधारी साव ने गाँव में पहुँचकर जन चौपाल का आयोजन किया। चौपाल शुरू होते ही माहौल गर्म हो गया—गाँव की महिलाएँ पहले कभी न दिखे उत्साह के साथ बड़ी संख्या में पहुँचीं और समस्याओं की झड़ी लगा दी। वहीं प्रभारी गिरधारी साव ने भी हर मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई, कड़ा संदेश और स्पष्ट कार्ययोजना के साथ अपनी छवि एक सख्त और जनहितैषी अधिकारी के रूप में पेश की।
महिलाओं का दमदार उठाव – शराबबंदी की मांग गूँजी पूरे चौपाल में
गाँव की महिलाओं ने चौपाल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सबसे जोरदार मुद्दा उठाया—अवैध शराब बिक्री।
कुम्हारपारा, कवरपारा और आसपास के इलाकों में हो रही अवैध बिकरी से महिलाएँ बेहद परेशान थीं। कई महिलाओं ने खुलकर बताया कि शराब की वजह से घरों में झगड़े, आर्थिक नुकसान और सामाजिक ताना-बाना बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
महिलाओं की इस एकजुट आवाज़ को देखते हुए चौपाल में माहौल एकदम बदल गया। पूरा गाँव एक सुर में शराबबंदी की मांग पर खड़ा दिखा।
थाना प्रभारी गिरधारी साव का सख्त ऐलान – “अब रूपडेगा में शराब नहीं बिकेगी!”
मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए प्रभारी गिरधारी साव ने तुरंत घोषणा करते हुए कहा—
“गाँव में अवैध शराब बेचने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। कार्रवाई शुरू हो चुकी है… अब रूपडेगा में शराबबंदी लागू होगी।”
उनके इस ऐलान के बाद महिलाओं और ग्रामीणों में जोश की लहर दौड़ गई। चौपाल तालियों से गूंज उठा।
ताबड़तोड़ निर्देश – अवैध कारोबारियों पर लगेगा शिकंजा
प्रभारी ने ही पुलिस टीम को निर्देश दिए कि गाँव के हर उस हिस्से में निगरानी बढ़ाई जाए जहाँ शराब का अवैध खेल चल रहा है।
संदिग्धों की सूची तैयार करने का आदेश
रात गश्ती बढ़ाने का निर्देश
ग्रामस्तर पर निगरानी समितियाँ बनाने की सलाह
शिकायत पर तुरंत कार्रवाई का वादा
प्रभारी साव ने साफ कहा—“शराब बेचने वाले आज ही बंद कर दें, वरना सीधी कार्रवाई होगी।”
ग्रामीणों में उत्साह – चौपाल बना जागरूकता का मंच
जन चौपाल में न सिर्फ शराबबंदी बल्कि घरेलू विवाद, सुरक्षा, महिला उत्पीड़न, यातायात और युवाओं में बढ़ते नशे जैसे मुद्दों पर भी खुलकर चर्चा हुई।
महिलाओं ने कई जगह गश्त बढ़ाने की बात रखी, जिसे प्रभारी ने तुरंत नोट किया। गाँव के बुजुर्गों ने भी चौपाल का समर्थन करते हुए पुलिस की पहल की सराहना की।
नतीजा: रूपडेगा में परिवर्तन की शुरुआत
आज की चौपाल ने यह साफ कर दिया कि गाँव अब शराबमुक्त होने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा चुका है।
थाना प्रभारी गिरधारी साव का सख्त रुख और महिलाओं की एकजुटता—दोनों मिलकर रूपडेगा में एक नई सामाजिक क्रांति का संकेत दे रहे हैं।
ताबड़तोड़ हेडिंग का असर – गाँव में चर्चा, सोशल मीडिया में धमाका, और प्रशासन ने भी ली बैठक की गंभीरता को नोटिस!







