
“खेड़आमा के दशी लाल टोप्पो ने बजाया सफलता का बिगुल! नगर सेना से छत्तीसगढ़ पुलिस तक पहुँची बुलंद उड़ान – पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर”

रिपोर्ट ~ हीरालाल राठिया लैलूंगा
लैलूंगा/ ग्राम खेड़आमा के होनहार युवा दशी लाल टोप्पो ने अपने संघर्ष, समर्पण और अनुशासन के दम पर वह मुकाम हासिल कर लिया, जिसका सपना हर युवा देखता है। 25 सितंबर 2012 को नगर सेना में अपनी काबिलियत के दम पर चयनित हुए दशी लाल ने अब एक और बड़ी सफलता अर्जित करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस में शानदार चयन हासिल कर पूरे क्षेत्र का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है।
यह खबर फैलते ही खेड़आमा सहित आसपास के गाँवों में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने दशी लाल के इस चयन को “मेहनत की जीत और युवाओं के लिए प्रेरणा” बताया।
दशी लाल टोप्पो बचपन से ही अनुशासित, मेहनती और लक्ष्य को लेकर स्पष्ट सोच रखने वाले युवक माने जाते हैं। परिवार की साधारण आर्थिक स्थिति के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को कभी धूमिल नहीं होने दिया। पढ़ाई के दिनों में भी वे खेल, NCC तथा ग्रामीण स्तरीय सेवा गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे। उनके भीतर देश सेवा की भावना हमेशा से प्रबल रही, जिसे उन्होंने अपने करियर के रूप में चुनकर सिद्ध कर दिया।
नगर सेना में चयनित होने के बाद दशी लाल ने खुद को और अधिक मजबूत एवं सक्षम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। कठिन प्रशिक्षण, कड़ी दिनचर्या और अनुशासनपूर्ण जीवनशैली ने उन्हें मानसिक एवं शारीरिक दोनों रूप से मजबूत बनाया। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में उन्होंने अपनी दक्षता और प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन किया, जिससे वे चयनित सूची में स्थान पाने में सफल रहे।
छत्तीसगढ़ पुलिस में उनका चयन सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणादायक संदेश है कि ग्रामीण परिवेश से भी प्रतिभा उभरकर राज्य और देश की सेवा कर सकती है। गाँव के वरिष्ठजनों का कहना है कि दशी लाल का व्यवहार, स्वभाव और समर्पण उन्हें हमेशा से सबसे अलग बनाता था। उनके चयन को लेकर परिवार में तो जश्न का माहौल है ही, साथ ही दोस्तों, रिश्तेदारों और ग्रामवासियों में भी अपार उत्साह है।
खेड़आमा के युवाओं ने इसे “युवा शक्ति की जीत” बताते हुए कहा कि दशी लाल ने यह साबित कर दिया है कि अवसर उन्हीं को मिलता है जो मेहनत करने का हौसला रखते हैं। प्रशिक्षण के दौरान आत्मविश्वास, धैर्य और शारीरिक क्षमता को विकसित करने की उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें सफलता के इस मुकाम तक पहुँचाया है।
ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने भी दशी लाल के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी हैं और कहा कि यह सफलता गाँव के बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उन्हें नई ऊर्जा प्रदान करेगी।
दशी लाल टोप्पो ने अपने चयन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सफलता केवल उनकी नहीं, बल्कि उनके परिवार, गाँव और उन सभी लोगों की है जिन्होंने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने बताया कि कठिनाइयाँ तो हर रास्ते में आती हैं, लेकिन लक्ष्य पर फोकस और लगातार मेहनत ही सपनों को साकार करती है।
उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अनुशासन, समय प्रबंधन और नियमित अभ्यास ही सफलता की कुंजी है। ग्रामीण युवाओं को भी अपने भीतर छिपी प्रतिभा पर भरोसा कर निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
छत्तीसगढ़ पुलिस में उनका चयन आने वाले समय में कानून व्यवस्था की मजबूती के साथ-साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। दशी लाल की यह उपलब्धि न केवल अपने परिवार के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि पूरे खेड़आमा के लिए ऐतिहासिक पल बन गई है।
दशी लाल टोप्पो की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि जज्बा मजबूत हो, तो गाँव की गलियों से निकलकर राज्य की बड़ी जिम्मेदारी तक पहुँचना बिल्कुल संभव है।
खेड़आमा आज गर्व से कह रहा है —
“हमारे दशी लाल अब छत्तीसगढ़ पुलिस में देश-समाज की सेवा करेंगे!”







