spot_img
Tuesday, June 24, 2025
Tuesday, June 24, 2025

गांधियों, रास्ता छोड़ो!

गांधियों, रास्ता छोड़ो!
(व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा)

आखिर ये गांधी सरनेम वाले, कब तक मोदी जी रास्ते में आते रहेंगे। पहले नेहरू सरनेम की आड़ में बेचारों को कभी इसके, तो कभी उसके पीछे दौड़ाते रहे ; पीएम हो, तो ऐसा करो, वैसा मत करो। ऑरीजिनल वाले सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने के बाद ही बेचारों को कुछ चैन आया। फिर भी, गांधी सरनेम लेकर इंदिरा, राजीव वगैरह के नाम से, मंदिर पार्टी को लुटियन की दिल्ली से वनवास की याद दिलाते रहे। और अब जब मुश्किल से वनवास का डर खत्म हुआ है और अडानी जी का अमृतकाल चालू हुआ, तो आ गए राहुल का नाम लेकर, अमृतकाल को बेचारों का घाटा काल बनाने। और अब जब मोदी जी बेचारे जरा-सी कांट-छांटकर नये इंडिया का नया इतिहास लिखाने-पढ़ाने लगे हैं, तो पट्ठे ऑरीजनल वाले गांधी चले आए, बापू बनकर टांग अड़ाने। कहते हैं कि गोडसे ने मुझे गोली मारी तो मारी, पर इसके बाद आरएसएस पर पाबंदी लगने की बात को, बच्चों के इतिहास की किताब से तुमने क्यों कटवा दिया?

अब अपने असली नेहरू सरनेम को छुपाने के लिए, नकली गांधी बनकर आर्यावर्तियों को ठगने चलीं नेहरू की औलादें, ऐसी शिकायत करें, तो फिर भी समझ में आता है। आखिरकार, वे ही तो इस पवित्र भूमि पर ऑरीजिनल परिवारवादी या वंशवादी थे। वंशवाद की उन्हीं की फैलायी गंदगी ही तो मोदी जी को आज बुहार-बुहार कर, अपनी पार्टी में जमा करनी पड़ रही है, जिससे कम-से-कम बाकी नये इंडिया को, वंशवाद की इस लानत से बचाया जा सके। अंथनी का बेटा; चल पार्टी के अंदर। राजाजी का पड़पोता; चल पार्टी के अंदर। किरण रेड्डी, चल पार्टी के अंदर। धारा-370 बनाने से लेकर, सेकुलरवाद तक, नेहरुओं की इतनी सारी गलतियां मोदी जी दुरुस्त कर रहे हैं और हजार साल पहले वाली स्वतंत्रता फिर से कायम कर रहे हैं, तो परिवारवाद से पहले वाली स्वतंत्रता लाने की यह एक्स्ट्रा मेहनत भी सही।

आखिरकार, पहले तो हमारे यहां सब कुछ सौ टका मैरिट से चलता था। डैमोक्रेसी की मम्मी की गद्दी पर मोदी जी ने दावा ऐंवें ही थोड़े ही ठोक रखा है। खैर! नेहरुओं की छोड़ें, पर ऑरीजिनल वाले गांधी इन नकली गांधियों के रास्ते पर क्यों चल पड़े? दावेदारी राष्ट्रपिता के पद की और चिंता सिर्फ अपनी कि बच्चों को सब बताओ — कि गोडसे ने गोली मारी; कि गोडसे हिंदू अतिवादी था; कि ऑरीजिनल वाले सरदार ने आरएसएस पर पाबंदी लगायी थी; वगैरह, वगैरह! घुमा-फिराकर बात आखिर में वहीं पहुंचनी चाहिए — ऑरीजिनल सरदार ने वीर सावरकर जी पर हत्या का मुकद्दमा चलवाया था!
ये राष्ट्रपिता वाले चलन तो किसी भी तरह नहीं हैं। इसीलिए तो, ऑरीजिनल संघ वाले कभी किसी को राष्ट्रपिता कहने के लिए राजी नहीं हुए। खैर! अब राष्ट्रपिता बन ही गए हो तो कम-से-कम राष्ट्र के बच्चों का ख्याल करो, उनका किताबों का बोझ कम कराओ। और उन्हें मर्डर, फांसी, जेल वगैरह की, बुरी यादों से बचाओ। और अगर बुरी यादों से वीरता ही जगानी हो, तो हजार साल पीछे ले जाओ, वहां हर तरह का मसाला ही मसाला है। पर इन्हें तो उसमें भी प्राब्लम है। जब इन्हें बच्चों का बोझ कम करने के लिए छांटकर सिर्फ मुगलकाल किताबों से फाडऩे से भी प्राब्लम है, इनसे एक हजार साल की गुलामी से आजादी का जश्न मनवाने की क्या उम्मीद की जा सकती है? 2014 वाली असली आजादी के लिए, असली गांधी वाला राष्ट्रपिता भी नहीं चलेगा। नकली वाले हों या असली, गांधियों का टैम 2014 मेें खत्म हो गया। गांधियों, मोदी जी का रास्ता छोड़ो! दूसरे कार्यकाल तक तो रिक्वेस्ट ही कर रहे हैं, पर तीसरे कार्यकाल में…!

(व्यंग्यकार वरिष्ठ पत्रकार और साप्ताहिक ‘लोकलहर’ के संपादक हैं।)

spot_img

अपना न्यूज़ पोर्टल बनवाने के लिए आज ही संपर्क करें ....

spot_img
spot_img

Recent Posts

लैलूँगा ~ सिन्हा मोटर्स में लगी रहस्यमयी आग : 14 कारें जलकर खाक, करोड़ों की क्षति के बाद भी आरोपी खुलेआम, पीड़ित न्याय के...

सिन्हा मोटर्स में लगी रहस्यमयी आग: 14 कारें जलकर खाक, करोड़ों की क्षति के बाद भी आरोपी खुलेआम, पीड़ित न्याय के लिए भटक रहा रिपोर्ट...
Latest
लैलूँगा ~ सिन्हा मोटर्स में लगी रहस्यमयी आग : 14 कारें जलकर खाक, करोड़ों की क्षत... लैलूँगा कुंजारा : अवैध कब्जे का गढ़ और 'ब्रांड अम्बेसडर' बने श्रीमान्‌ आशीष सिदा... फिल्मी हीरो समझ बैठे खुद को, उड़ाई बाइक पुल से – किस्मत चमकी नहीं, कीचड़ में चमक... समलेश्वरी मंदिर से गूंजेगा 'हरि बोल', लैलूंगा में 27 जून को निकलेगी भव्य रथयात्र... अवैध भंडारण और ख़रीद फरोख्त को रोकने की माँग अन्यथा आंदोलन की चेतावनी

उस...
बड़ी खबर : यूथ कांग्रेस नेता अपरांश सिन्हा ने अपनी टीम सानू खान, सम्राट महंत, आकृ... सरकारी ज़मीन पर बेधड़क कब्ज़ा: कुंजारा में भू-माफिया ने खड़ी कर दी प्राइवेट कॉले... जिले के 101 अमृत सरोवर स्थलों में हुआ योगाभ्यास

पर्यावरण संरक्षण के प्रति...
एक पेड़ माँ के नाम अभियान 2.0

पीएम आवास की हितग्राही अपने आवास परिसर में ...
युक्तियुक्तकरण से शिक्षा को मिली नई गति, पालकों का बढ़ा विश्वास

तमनार के ...